।। श्रीविद्या साधना अंतर्गत श्रीउद्दण्ड महागणेश ।। उद्दण्ड महागणेश ॐ नमस्ते मित्रों , श्रीविद्या पीठम ठाणे में आपका स्वागत है। कुछ दिनों
Category: Bhakti Sutras
निरालम्ब चित्
निरालम्ब चित् वीरशैव संतों ने शून्य तत्व की ‘सर्वशून्य-निरालम्ब’, ‘शून्यलिंग’ और ‘निष्कल-लिंग’ के नाम से तीन अवस्थाओं को माना है। ये तीनों
गुरु भक्ति सूत्र कविता 1
गुरु भक्ति सूत्र कविता 1 वेशभूषा कायम करे मन से रहे अडिग भुत रहे चोला भजे करे न प्रीत घडिक माला जटा खूब पहने पहने