श्रीहरिद्रा गणपती संपूर्ण साधना ( पीताम्बर गणेश )
नमस्ते मित्रों ,
श्रीविद्या संजीवन साधना सेवा पीठम में आप सभी का इस दिव्य साधना के लिए स्वागत हैं ।
भारत में प्रथम बार श्रीहरिद्रा गणेश जी की पूर्ण साधना स्वरूप आपके सामने रख रहे हैं । ज्यादातर सभी जगह श्रीहरिद्रा गणेश का मंत्र जाप करना और हल्दी के गणेश की प्रतिमा को रखने अथवा बेचने के अलावा , श्रीहरिद्रा गणेश की मूल साधना कही भी दिखाई नहीं देंगी ।
कोई भी साधना उस देवता के पूर्ण परिवार के साथ होती हैं । उसमें तर्पणादि अभिषेकादि मुख्य क्रियाए होती हैं । इस साधना कोर्स में हमने यह दोनों विषयो को मूल पद्धति से सिखाने का प्रयास किया हैं । प्राचीन विद्याओं को सही स्वरूप से रखने की कोशिश की गई हैं ।
श्रीहरिद्रा गणेश जी दसमहाविद्या में श्रीबगलामुखी देवी के गणपती हैं , श्रीबगलामुखी देवी के साधना से पूर्व श्रीहरिद्रा गणेश साधना प्रथम करनी होती हैं । यह साधना अन्य गणेश साधनाओ से बिल्कुल अलग भिन्न और ताक़दवर हैं । क्योंकि बगलामुखी माता का तेज इन गणेश में विराजमान हैं । इनका शरीर भी पूरा पीले रंग का हैं । इनकी साधना भी पीले वस्त्र को ओढ़कर करनी चाहिए ।
श्रीविद्या श्रीललिता के गणेश महागणपति की तरह ही यह श्रीहरिद्रा गणेश साधना बहुत ही दिव्य , तेज देने वाली , कार्य सँकल्पपूर्ति कारक हैं ।
हल्दी क्या करती हैं ?
हल्दी आयुर्वेद में जख्म को भरने वाली , कीटाणुओं को नष्ट करने वाली , जख्मों के गहराई तक जाने की क्षमता रखने वाली एक वनस्पति हैं । अनेको रोगों की एक दवा हल्दी को माना जाता हैं । हल्दी का पीला रंग सोने की तरह होता हैं । विवाहकार्य तथा अन्य शुभ कार्यो में हल्दी उपयोग किया जाता हैं । इसलिए ही श्रीबगलामुखी और श्रीहरिद्रा गणेश में हल्दी का प्रयोग मुख्य हैं ।
यह साधना साधक के शरीर पर सुवर्ण रंग की आभा निर्माण करके रक्षा करती हैं ।
हरिद्रा साधना किस लिए करनी चाहिए ?
हल्दी के गुणों की तरह यह गणेश शक्ति भी ,…….
१) तीव्र शत्रुपीडा ( जिसमें हर समय समाज में आपके विरोध में कोई कार्य करता हो अथवा घर में शत्रु बढ़ गए हो । )
२) रोगमुक्ति ( अनेको डॉ – दवाई लेने से किसी रोग में जब मार्ग नहीं निकलता )
३) बदनसीबी में अटक जाना ( किसी भी कार्य में प्राथमिक यश भी नहीं मिलता , हमेशा दूसरे लोग आगे बढ़ते हैं और खुदका अपमान होता हैं । )
४) किसी भी विषय में जब मार्ग नहीं मिलता ( जब कोई देवी देवता की उपासना आपको मार्ग नहीं दिखाती , जीवन पेचीदा विषयो में अटकता हैं।)
५) नोकरी में ग्रहों का अपयश , प्रगती न होना
६) बिजनेस में फस जाना , आगे कोई रास्ता नहीं मिलता
७) आर्थिक गंभीर अटकाव ई. में यह बहुत यश देने वाली साधना हैं ।
८) किसी भी बड़ी महाविद्या की साधना से पहले श्रीहरिद्रा गणेश की साधना अत्यंत जरूरी हैं ।
९) घर के कुलाचार में जो तीव्र दोष उत्पन्न होते हैं , उसमें अन्य देवी देवता मार्ग नहीं दिखा सकते हैं । तब यह साधना उपयोगी हैं ।
१०) विशाखा नक्षत्र दोष , मंगल ग्रह दोष , बुधादित्य योग , नीच राजभंग योग , गुरु ग्रह दोष निवारण
११) हल्दी का उपयोग विवाह में किया जाता हैं , इसलिए अटके हुए मंगलकार्यो की सफलता के लिए यह साधना उपयुक्त हैं ।
हर व्यक्ति को यह साधना आध्यात्मिक जगत में आगे बढ़ने से पूर्व करनी चाहिए । करियर में यश प्राप्ती तथा वैवाहिक जीवन सुखमय होने के लिए अपने बच्चों को पहले से ही इस साधना में लगाए , जिससे कि भावी जीवन में आने वाली कठनाईयों को रोका जा सकता हैं ।
१) श्रीहरिद्रा गणेश तर्पण विधी
इस तर्पण विधी में हरिद्रा गणेश जी के पूर्ण परिवार सहित जल और ओषधियों द्वारा तृप्त किया जाता हैं । हर देवताओं के गुण अलग अलग है , उसी तरह हरिद्रा गणेश के गुणों को देखकर वह सारी ओषधियो से तर्पण किया जाता हैं । सभी साधना में तर्पण यह मुख्य तृप्ती का विधान हैं । तर्पण द्वारा मंत्र की शक्ति को देवताके परिवार शक्ति से जोड़ा जाता हैं । तथा तर्पण के जल का उपयोग अनेक कार्यो में किया जाता हैं ।
२) श्रीहरिद्रा गणेश अभिषेक विधी
श्रीगणेश विग्रह , हल्दी के गणेश अथवा सुपारी पर देवता के पूर्ण परिवार सहित कैसे पूजा करनी हैं , वह इसमें सिखाया हैं । अत्यंत महत्वपूर्ण विधी हैं ।
३) श्रीहरिद्रा गणेश होमम विधी
खुदके संकल्प को पूर्ण करने के लिए , अपनी शक्ति को बढाने तथा शरीर की ओरा बढाने हेतु रोजाना होमम आवश्यक हैं । कुमारिका लड़की के हाथों से पिसी हुई हल्दी द्वारा रोजाना हवन करने से बहुत ऊर्जा तयार होती हैं ।
श्रीहरिद्रा गणेश साधना में हमने साधना के रेकॉर्डेड विडीयो के साथ एक पुस्तिका दे रहे हैं । इस साधना को आजतक किसी भी संस्था , आश्रम , व्यक्ति ने पूर्ण विधि विधान से प्रकाशित नहीं किया हैं । ये पहली बार श्रीविद्या पीठम , ठाणे द्वारा ही प्रकाशित हो रही हैं । आप सभी लोग इसका जरूर लाभ उठाएं ।
Students enrolled in this course will receive:
- Access to Online platform compatible with your laptop, mobile and tablet.
- Recorded Video Lectures and demonstrations in Hindi.
- Guided script to perform sadhna.
- Printed Booklet with Tarpan Mantras and sadhna process. (Please send your Postal Address to sripitham@gmail.com or whatsapp to +919860395985 so we can send this material to you by Courier)
- Email/whatsapp/phone support to answer any questions you have.
Please note this course is in Hindi
Price Rs 5100 / $100
For Google Pay Say ” Ratri Ganesh ” From your Google Pay/Tez – +91 98603 95985
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