निरालम्ब चित् वीरशैव संतों ने शून्य तत्व की ‘सर्वशून्य-निरालम्ब’, ‘शून्यलिंग’ और ‘निष्कल-लिंग’ के नाम से तीन अवस्थाओं को माना है। ये तीनों
निरालम्ब चित् वीरशैव संतों ने शून्य तत्व की ‘सर्वशून्य-निरालम्ब’, ‘शून्यलिंग’ और ‘निष्कल-लिंग’ के नाम से तीन अवस्थाओं को माना है। ये तीनों