श्री स्वर्णाकर्षण भैरव साधना
नमस्कार मित्रों _
प्रस्तावना :
श्रीविद्या पीठम द्वारा हम ” श्री स्वर्णाकर्षण भैरव साधना “ सिखाते हैं । हमारे यहां कोई भी साधना विधियुक्त पद्धति अनुसार होती हैं । ShortCut अथवा जल्दबाजी में हम साधना नहीं सिखाते । श्री स्वर्णाकर्षण भैरव साधना _ इस पद्धति में हमने संपूर्ण तर्पण – अभिषेक – यंत्र पूजन विधि सिखाई हैं ।
Recorded Video Link द्वारा हम सिखाते हैं । इसकी पुस्तक पोस्टल द्वारा भेजी जाती हैं । यह विधियुक्त साधना होने के कारण , दो दिन में इसे सिखाकर समझना कठिन हैं । इसलिए सबकी सुविधा हेतु हम Online Portal द्वारा साधना सिखाते हैं । आप इसे आराम से घर बैठकर सिख सकते हैं ।
विषय :
श्री स्वर्णाकर्षण भैरव देवता _ यह भगवान शिव अथवा महादेव के अवतार अथवा उनके भैरव नहीं हैं । यह भ्रामक कल्पना दूर कीजिए । देवी श्रीबगलामुखी का एक रूप ” श्री स्वर्णाकर्षिणी बगलामुखी “ हैं । क्योंकि _ उनके पास पीले तत्व की ऊर्जा आती हैं । सुवर्ण शक्ति का आधिपत्य उनके पास हैं । देवी बगलामुखी जी के पति श्री बगलेश्वर शिव हैं । इसलिए उनका एक रूप ” श्री स्वर्णाकर्षण भैरव “ हैं । ” श्री स्वर्णाकर्षण भैरव और उनकी पत्नी श्री स्वर्णाकर्षिणी देवी “ इस तरह से _ इसलिए इनकी साधना एक महाविद्या स्तर की हैं ।
प्राकट्य :
इनका अवतार वैसे पहले ही अस्तित्व में था । जब देवी श्रीललिता त्रिपुरसुंदरी के श्रीयंत्र में एक देवता थे , जिनका नाम ” अजामल ” था । ” अजामल ” की शक्ति इतनी बढ़ गई की , उन्हें कोई रोक नहीं सकता था । क्योंकि _ देवी श्रीललिता त्रिपुरसुंदरी का वरदान था , जिसके कारण वह स्वयं भी कुछ नहीं कर सकती थी । इसलिए _ देवी श्रीललिता ने स्वयं देवी बगलामुखी से प्रार्थना कर ” श्री स्वर्णाकर्षण भैरव “ को निवेदन दिया । अजामल देवता का वध ” श्री स्वर्णाकर्षण भैरव “ ने किया हैं । ( यह जानकारी कही उपलब्ध नहीं हैं । ) उसके उपरांत देवी श्रीललिता त्रिपुरसुंदरी ने श्रीयंत्र राजमहल का स्वर्ण भंडार उन्हें समर्पित किया और वह उनके भंडार ( कोषागार ) के प्रमुख देवता बने ।
उपलब्धि :
इस साधना की उपलब्धि बहुत हैं । अन्य जगह लोग बस इनके मंत्र जाप करते हैं , परंतु गुगल पर ९५% जगह पर इनके मंत्र गलत हैं । यह एकमात्र ऐसे देवता हैं , जो बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं । आप किसी भी समस्या में हो अथवा कर्ज – धन की कमी – आर्थिक सहायता अथवा नौकरी व्यवसाय में मार्गदर्शन में मदद करते हैं । सदैव इनकी पूजा करने से आर्थिक स्थिरता बनी रहती हैं ।
More Information Contact : 9860395985
Book :
Yantra :
दक्षिणा : ७००१/- ₹ & 151$ ( Out of India )
Bank Details :
Nivrutti Ubale .
Account Number : 153131445151 Induslnd Bank
IFSC Code – INDB0001365 Branch – Kankavali