श्रीविद्या ~ श्रीयंत्र … प्राथमिक ज्ञान ~ भाग ४
ॐ
नमस्ते मित्रों , श्रीविद्या पीठम में स्वागत हैं ।
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श्रीविद्या साधनाक्रम में अंतिम स्तर पर नवावर्ण पूजन संपन्न होता हैं ।
नवावर्ण अर्थात नवयोनियों का पूजन ।
नवयोनी अर्थात श्रीयंत्र । श्रीविद्या साधना हेतु और श्रीविद्या ज्ञान हेतु हमसे संपर्क कर सकते हैं ।
🪷 षोडशदल Explanation
श्रीविद्या पंचदशी दीक्षा पद्धति में षोडशदल यह द्वितीय आवरण हैं ।
१६ पंखुड़ी वाला यह आवरण हैं । यहाँ १६ आकर्षण शक्ति देवियां विराजमान रहती हैं । उनके नाम आगे की तस्वीर में दी गई हैं ।
इसे सर्वशापरिपूरक चक्र कहते हैं । इस आवरण की चक्रेश्वरी देवी – त्रिपुरेशी देवी ।
” गुप्त योगिनी ” इस चक्र की योगिनी देवी हैं ।
श्रीविद्या पद्धति में इन हर एक देवी का गुप्त ज्ञान हैं । हर देवी के अलग अलग ग्रंथ हैं और उनकी विद्या भी हैं ।
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